प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राख कौशलपुर राजा.
रिपोर्ट : upendra
| आगरा
01-01-1970
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प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राख कौशलपुर राजा...
जनकपुरी में रामायण के नाम से होंगे प्रवेश द्वार
आगरा। प्रबिसि नगर कीजे सब काजा, हृदय राख कौशलपुर राजा। अर्थात जब आप कहीं अपने घर से निकलते हैं और आपके मन में अगर भगवान श्री राम और माता सीता को हृदय में रखते हैं तो आपके सारे काम पूर्ण होते हैं। ऐसे ही कुछ नजारे आपको जनकपुरी में देखने को मिलेंगे। राजा जनक बने पीएल शर्मा ने बताया कि मिथिला नगरी में बनने वाले प्रवेश द्वार प्रबिसि नगर कीजे सब काजा का ही संदेश देते दिखाई देंगे। जनकपुरी के चारों दिशाओं में रामायण कालीन नामों से 6 भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जो श्रद्धालु और आगंतुकों को धर्म नगरी मिथिला में होने का एहसास कराएंगे। समिति के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि दिव्य और भव्य राम मंदिर के प्रतिबिंब जनकमहल के निर्माण के साथ चारों दिशाओं में भव्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। जब आप इन द्वारों पर पहुंचने पर आपको मिथिला में होने का एहसास मिलेगा। यह द्वार भी रामायण के पात्रों राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न के साथ हनुमान द्वार, जटायु द्वार, गरुण द्वार के नाम बनाये जाएंगे। ये सभी द्वार अयोध्या के प्रस्तावित द्वारों की तरह ही बनाये जाएंगे।
द्वारों के प्रभारी आरएम सिंहल व राकेश मेहरा ने बताया कि इसके साथ-साथ अन्य जनकपुरी क्षेत्र में अंदर और बाहर के मार्गों पर ऋषियों के नाम पर जैसे वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, शृंगी ऋषि, अगस्त्य ऋषि, गौतम ऋषि आदि के नाम पर भी द्वार बनाये जाएंगे। मीडिया प्रभारी गजेंद्र शर्मा और अनिल रावत ने बताया कि इतिहासकारों के अनुसार आगरा में शृंगी ऋषि के आश्रम होने की पुष्टि की गई है। इनके साथ साथ जमदाग्नि ऋषि के आश्रम का भी आगरा में वर्णन मिलता है। ये दोनों आश्रम यमुना के किनारे सींगना और रुनकता में हैं। आगरा के पौराणिक महत्व को दर्शाते यह भव्य द्वार सबका मन मोह लेंगे और महोत्सव की भव्यता को बढ़ायेंगे